दिवाली भारत का सबसे लोकप्रिय त्यौहार है।
दिवाली को दीपावली भी कहते है।
दिवाली का त्यौहार हर साल अक्टूबर या नवम्बर को मनाया जाता है।
दिवाली को दीपों का त्यौहार भी कहा जाता है।
वर्ष 2021 में दिपावली का त्यौहार 2 नवंबर धनतेरस से 4 नवंबर दिवाली के दिन तक मनाया जाएगा।
यह त्यौहार धनतेरस से लेकर भाई दूज तक पाँच दिन चलता है।
दिवाली का त्यौहार पुरे भारत में बड़े धूम धाम से मनाया जाता है।
दिवाली की रात पूरा देश रौशनी से जगमगाता रहता है।
दिवाली पर हर घरों को दीपों से सजाया जाता है।
इस त्यौहार पर हर घर में स्वादिष्ठ मिठाइयाँ बनाई जाती है।
दिवाली का त्यौहार हमें बहुत खुशियाँ देता है।
दिवाली के दिन हर घर में स्वादिष्ठ पकवान और व्यंजन बनाए जाते है।
दिवाली का त्यौहार समाज में उल्लास, प्रेम और भाई – चारे का सन्देश फैलता है।
दिवाली को रौशनी और खुशियों का त्यौहार माना जाता है।
दिवाली का त्यौहार कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन मनाया जाता है।
यह त्यौहार हमारे देश की संस्कृति और परंपरा को दर्शाता है।
इस त्यौहार पर लोग नई चीजें खरीदते है।
हर घरों में आँगन सुन्दर रंगोलियों से सजाया जाता है।
दिवाली का त्यौहार असत्य पर सत्य और निराशा पर आशा की जीत का त्यौहार है।
यह त्यौहार हमारे मन में नया उल्लास और आनंद भर देता है।
इस दिन भगवान श्री राम 14 साल का वनवास काट कर अयोध्या वापस लौट आए थे।
दिवाली पर बच्चे पटाखे की आतिशबाजी का आनंद लेते है।
दिवाली के दिन भगवन गणेश जी और लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है।
यह त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का त्यौहार है।
दिवाली प्यार, एकता और खुशियों का त्यौहार है।